Edited By Neetu Bala, Updated: 20 May, 2024 07:40 PM
13 साल के बाद उनके घर एक नन्ही-सी बेटी ने जन्म लिया था।
सुंदरबनी: राजौरी जिला के सुंदरबनी की तहसील बेरीपत्तन गांव खुईक्षेत्र का एक ऐसा परिवार जिसके सिर पर दुखों का पहाड़ उस समय टूट पड़ा, जब परिवार में शादी के 13 साल बाद किलकारियां गूंजी। इसी परिवार का सबसे बड़ा बेटा नसीब सिंह कंगवाल लगभग 10 साल पूर्व एक सड़क दुर्घटना में मारा गया था। जिसके गहरे जख्म अभी भरे ही नहीं थे कि गतरात्रि 11 बजे करीब उनका सबसे छोटा बेटा सोहन सिंह कांगवाल जो आर्मी में था और जो छुट्टी पर घर आया हुआ था। रात्रि को जैसे ही शौचालय गया तो कोबरा सांप ने उसे डंस लिया। सोहन सिंह को तुरंत सुंदरबनी के उपजिला अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए बेहतर उपचार के लिए जम्मू के राजकीय अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जम्मू जाते समय बीच रास्ते में ही सोहन सिंह कंगवाल ने दम तोड़ दिया। सोहन सिंह की शादी हुए 13 साल बीत गए। 13 साल के बाद उनके घर एक नन्ही-सी बेटी ने जन्म लिया और बेटी के शुभ चरण पड़ने से घर आंगन किलकारियों से गूंज उठा, जिसकी महक से परिवार खुशी-खुशहाली भरा जीवन व्यतीत कर रहा था, लेकिन न जाने हंसते खेलते परिवार को किसकी नजर लगी और खुशियां फिर से मातम में बदल गईं।
बड़े भाई को बचाने के प्रयास में छोटा भाई रात्रि को मोटरसाइकल से एक वैद्य से उपचार हेतु जड़ी बूटी प्राप्त करने निकला तो रास्ते में उसका भी खतरनाक एक्सीडेट हो गया। जिसे बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। होश में आने के बाद छोटे भाई को पता चला की उसके बड़े भाई की मौत हो गई है। जिसके बाद चीख-पुकार की गूंज से पूरा अस्पताल गूंज उठा। सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे दिवंगत जवान का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में खुईखेतर में किया गया। जहां पूरे सैन्य सम्मान से दिवंगत जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सलामी भेंट की गई। हजारों लोगों ने नम आंखों से दिवंगत आत्मा को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।