Edited By Neetu Bala, Updated: 09 Mar, 2024 04:12 PM
संबंधित फॉरैस्टर वनपाल मंसूर अहमद ने शिकायतकर्ता से 3500 रुपए रिश्वत के रूप में मांगे
जम्मू/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए.सी.बी.) ने ट्रांजिट परमिट जारी करने के लिए 12500 रुपए की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में फॉरैस्ट वन रेंज कार्यालय वाटरगाम बारामूला फॉरैस्टर एवं एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। ए.सी.बी. को बारामूला जिले के रफियाबाद निवासी एक व्यक्ति ने दी गई अपनी लिखित शिकायत में कहा कि रफियाबाद में उसका लकड़ी का कारोबार है। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने विभिन्न स्थानों से खरीदी गई लकड़ी को हाल ही में श्रीनगर के एक ग्राहक को लगभग 375 रुपए प्रति वर्ग फुट के हिसाब से बेचा। उसका कहना था कि बेची गई लकड़ी को बारामूला से श्रीनगर ले जाने के लिए उसे पारगमन परमिट की जरूरत थी जिसके लिए उसने रेंज कार्यालय वाटरगाम बारामूला को नैशनल ट्रांजिट पास सिस्टम (एन.टी.पी.एस.) माध्यम से ऑनलाइन 4 आवेदन भेजे।
शिकायतकर्ता के अनुसार रेंज कार्यालय वाटरगाम द्वारा उसे लकड़ी के परिवहन के लिए एक ट्रांजिट परमिट जारी किया गया, जिसके लिए संबंधित फॉरैस्टर वनपाल मंसूर अहमद ने उससे 3500 रुपए रिश्वत के रूप में मांगे। इसके अलावा उसे यह भी कहा गया कि उसे अन्य 3 लंबित अनुमतियों के लिए रिश्वत के तौर पर और धनराशि का भुगतान करना होगा। निर्धारित मानदंडों के तहत हासिल शिकायत पर ए.सी.बी. द्वारा आरोपों का सावधानीपूर्वक सत्यापन किया गया। इसके उपरांत आरोपी लोक सेवक के खिलाफ पुलिस थाना ए.सी.बी. बारामूला में मामला दर्ज कर एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा की गई कार्रवाई में आरोपी लोक सेवक मंसूर अहमद और रेंज कार्यालय वाटरगाम के एक कर्ममचारी को शिकायतकर्ता से 12500 रुपए की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है।
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